किस बाबत हमें बुलाया बता तो दो
किस जुर्म में फंसाया बता तो दो
जभी तुम कहते फांसी चढ़ लेते हम
पहले क्यों नहीं बताया बता तो दो
गर पूछते हो अंतिम ख़्वाहिश तो सुनो
तुम्हें गुस्सा क्यों आया बता तो दो
दो गज जमीन ना दी जला ही देते
रस्म काहे नहीं निभाया बता तो दो
मुद्दतों भटकेंगे रुह बनके हम सब
बने कब तक रहें साया बता तो दो
डॉ एम डी सिंह महाराज गंज गाज़ीपुर उ प्र भारत