नारनौल, 29 जून। राष्टï्रीय बागवानी मिशन के तहत वर्ष 2021-22 में जिला में 5.59 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। राष्टï्रीय बागवनी मिशन के तहत किसानों को 25 से 50 फीसदी तक का अनुदान दिया जाता है। जिला में इस वर्ष स्ट्रॉबेरी एवं ड्रैगन फ्रूट के लिए 27 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारी सुनिश्चित करें कि इन योजनाओं का फायदा अधिक से अधिक किसानों को मिले। ये निर्देश अतिरिक्त उपायुक्त अभिषेक मीणा ने आज डीआरडीए कार्यालय में जिला बागवानी मिशन क्रियान्वयन इकाई नारनौल के सभी सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों की बैठक में दिए। इस बैठक में योजना के लिए वार्षिक कार्य योजना को अनुमोदित किया गया।
इस बैठक में जिला बागवानी अधिकारी एवं जिला बागवानी मिशन क्रियान्वयन इकाई के सदस्य सचिव डा. प्रेम कुमार ने पिछले वर्ष की राष्ट्रीय बागवानी मिशन की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। साथ ही नए वर्ष में किसानों को दिए जाने वाले अनुदान व एक्सन प्लान के बारे में बताया।
अतिरिक्त उपायुक्त एवं जिला बागवानी मिशन क्रियान्वयन इकाई के अध्यक्ष अभिषेक मीणा ने कहा कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन स्कीम में किसानों के लिए 25 से 50 प्रतिशत तक उपरोक्त मदों में सहायता का प्रवधान है। इसमें ज्यादा से ज्यादा किसानों को इसका फायदा उठाना चाहिए। उन्होंंने बताया कि सरकार द्वारा अलग-अलग मदों में सहायता इसलिए दी जाती है ताकि किसी भी नए काम को शुरू करने पर पूरा खर्चा किसान का ना लगे। सरकार द्वारा बागवानी को बढ़ावा देने के लिए दी जा रही सहायता का ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाभ उठाना चाहिए।
उन्होंंने जिला बागवानी अधिकारी को विभाग की योजनाओं के बारे में गांवों में जाकर किसानों को जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने बेर की खेती के लिए जिले के अनुकूलित वातावरण को देखते हुए बेर की खेती पर जोर देने को कहा।
बैठक में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठï वैज्ञानिक डा. राजपाल, डीडीएम नाबार्ड विजय राणा, एएससीओ डा. भयराम, क्यूसीआई डा. संजय व बागवानी विभाग से सहायक परियोजना अधिकारी डा. कल्पना चौधरी, फील्ड सलाहकार देवेन्द्र कुमार व अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया तथा जिले में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए अपने विचार रखे।
इस अवसर पर प्रगतिशील किसान (गैर सरकारी सदस्य) सर्व बुधराम यादव, डा. नवीन गर्ग, मुकेश कुमार, बनारसी देवी, दीपक यादव, संजय चौधरी, खगेश यादव व हजारी लाल मौजूद थे।
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इस तरह खर्च होगा पैसा
नारनौल। अतिरिक्त उपायुक्त एवं जिला बागवानी मिशन क्रियान्वयन इकाई के अध्यक्ष अभिषेक मीणा ने बताया कि समन्वित बागवानी विकास मिशन की उपयोजना राष्ट्रीय बागवानी मिशन में वर्ष 2021-22 के लिए जिला में 5.59 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021-22 में स्ट्रॉबेरी एवं ड्रैगन फ्रूट के लिए 27 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है। इस पर 13 लाख 10 हजार रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। इसी प्रकार 66 हेक्टयर में पौधारोपण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस पर 8 लाख 24092 रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि प्रथम वर्ष 64.8 हेक्टेयर में पौधारोपण रखरखाव में 2 लाख 54066 रुपए तथा द्वितीय वर्ष 31.4 हेक्टेयर में पौधारोपण रखरखाव में 1 लाख 19299 रुपए खर्च करने का प्रावधान है। हाइब्रिड सब्जी के लिए 300 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है। इस पर 60 लाख रुपए खर्च करने का प्रावधान है। मसाले मेथी के लिए 2 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है इस पर 24 हजार रुपए खर्च करने का प्रावधान है। मशरूम की खेती के लिए 3 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है इस पर 24 लाख रुपए खर्च करने का प्रावधान है। संरक्षित खेती के लिए 7 हेक्टेयर में 2 करोड़ 4850000 रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। इसी प्रकार हाई वैल्यू वेजिटेबल के लिए 7 हेक्टेयर में 49 लाख रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। आईएनएम के लिए 100 हेक्टेयर में 1 लाख 20 हजार रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। आईपीएम के लिए 50 हेक्टेयर में 60 हजार रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। 1400 मधुमक्खी पालन के लिए 11 लाख 20 हजार रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। 35 बागवानी मशीनीकरण यंत्र का लक्ष्य है जिस पर 1667000 रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। 5 पैक हाउस का लक्ष्य है जिस पर 1000000 रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। एक रिपिनिंग चैंबर हाउस का लक्ष्य है जिस पर 10500000 रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। उन्होंंने बताया कि 8 प्याज भंडारण के लिए 7 लाख रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है। 5 प्लास्टिक मल्चिंग के लिए 80 हजार रुपए की राशी खर्च करने का प्रावधान है।
फोटो:-बागवानी मिशन क्रियान्वयन इकाई के सभी सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों की बैठक लेते एडीसी अभिषेक मीणा।